Diya Jethwani

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धारावाहिक..... ये दूरियाँ....भाग 4

कोरोना..... इस वायरस से हर कोई लड़ा हैं....। हर कोई इसे एक बुरा सपना समझ कर भूल जाना चाहता हैं...। आज सभी ने काफी हद तक भूला भी दिया हैं...। लेकिन जिनके अपने इस वायरस ने छीने हैं वो इसे कभी नहीं भूला सकते..। मेरा भी बहुत कुछ इस वायरस ने छीना हैं...। मैं कोरोना को कभी नही भूल सकतीं.... क्योंकि इसने मुझे जिंदगी की वो सच्चाई दिखाई हैं.... वो अहसास करवाया हैं... जो शायद ही किसी ने किया हो...। 

किसी अपने के दूर होने का दुख क्या होता हैं... वो तड़प... वो बैचेनी क्या होतीं हैं.... ये सब मुझे इसने सिखाया हैं...। 


ना सिर्फ मुझे.... मेरी बेटी नायरा हो, अंजली हो या आरु... हम सभी ने बहुत कुछ सहा हैं और आज तक सह रहें हैं...। 

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दिन, महीने साल ऐसे ही बित रहें थे...। दोनों बच्चियाँ वक्त के साथ बढ़ी हो रहीं थीं...। दोनों बच्चियाँ एक दूसरे की इतनी घनिष्ठ मित्र बन गई थीं की एक दूसरे के साथ ही खाना खाती थीं...। कोई एक बिमार हो तो दूसरी उसके पास से हिलती ही नहीं थीं..। कभी कभी तो दोनों रात को साथ सोने की जिद्द भी करतीं थीं....। 

शादी के बाद मैं हर साल इंडिया जाती थीं....। अभि के साथ...। दिसम्बर 2017 - 2018 को भी नायरा के साथ भारत आई थीं...। 

लेकिन 2018 और 2019 को नहीं आ पाई....। 22 दिसम्बर 2019 को मैं इंडिया आ रहीं थीं....। पूरे दो साल बाद आना हो रहा था तो मैं बहुत ज्यादा एक्साइटेड थीं...। लेकिन 27 नवम्बर को एक इमरजेंसी के दौरान मुझे इंडिया आना पड़ा....। 22 दिसम्बर की टिकट मेरी पहले से ही करवाई हुई थीं.... लेकिन वो टिकट ना तो कैंसिल हो रहीं थीं... ना पोस्ट फार्म...। मजबूर होकर मैं 27 नवम्बर को इंडिया आई और दस दिन बाद वापस चाइना लौट गई...ओर फिर 22 दिसम्बर को फिर से आई....। 
दिल में अलग ही उत्साह था की क्योंकि दो साल बाद पूरे दो महीने के लिए अपने देश...अपने घर....अपने मायके जो आ रहीं थीं....। लेकिन मेरा ये उत्साह... ये खुशी.... बहुत जल्द स्वाहा होने वाले थे....। 
पूरे दो महीने के लिए मैं इंडिया में रुकने वाली थीं..। 
उस वक्त मुझे नहीं मालूम था की मेरे ये दो महीने कितने लंबे होने वाले हैं...। 


22 दिसम्बर को इंडिया आई और पहले कुछ दिन अपने ससुराल में रही...। फिर एक हफ्ते बाद 30 दिसम्बर को मैं मायके में आई..। जनवरी में खबर मिली की चाइना मे कोरोना वायरस फैल गया हैं...। 

मीडिया में आए दिन वहां के हालात देखकर एक डर सा बैठ गया...। अभि वहीं पर थे... वो 19 मार्च को ही चाइना लौट चुके थे....। अपने परिवार से मिलकर....। मुझे उस वक्त अभि के साथ ही जाना था पर मुझे बुखार था ओर नायरा की वजह से अभि मुझे साथ लेकर नहीं गए.....। 
वहां के हालात दिन ब दिन बिगड़ते जा रहे थे...। मुझे अभि की बहुत चिंता हो रहीं थीं.... लेकिन मैं नायरा के लिए किसी तरह का रिस्क भी नहीं ले सकतीं थीं..। इसलिए मैं इंडिया में ही रहीं...। अभि से मेरी हर रोज़ बात होतीं थीं..। 
जैसे जैसे वक्त बीत रहा था.... वैसे वैसे हालात बिगड़ते जा रहें थे...। बस यही से मेरी जिंदगी में ऐसे ऐसे मोड़ आतें गए... जिसके बारे में मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था....। 

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इंडिया से रिटर्न मुझे अप्रैल में जाना था.... लेकिन मार्च आतें आतें तो इंडिया में भी कोरोना अपने पैर पसार चुका था....। उसके बाद 22 मार्च से लॉक डाउन पर लॉक डाउन..... । मेरी 20 अप्रैल में टिकट थीं... लेकिन लॉक डाउन में फ्लाइट कैंसिल हो गई....। मैं इंतजार करतीं रहीं की कब लॉक डाउन खुले और मैं चीन वापस जा पाऊँ....। लेकिन ना ये लॉक डाउन खत्म हो रहा था... ना ही हालात सामान्य हो रहें थे...। उल्टा बद से बदतर होते जा रहे थे....। अब तक तो पूरे विश्व में कोरोना ने हाहाकार मचा दिया था....। हर रोज़ समाचार में सिर्फ मरने वालों की खबरें ही आ रहीं थी...। ये एक ऐसा समय था जब सारे चैनल और सारे अखबारों में सिर्फ कोरोना ही छाया हुआ था.... उसके अलावा कोई खबर नही होतीं थी...। मैं हर रोज़ ऊपरवाले से हालात सामान्य करने की प्रार्थना करतीं थीं....। 

हालांकि इन मुश्किल हालातों में मुझे मेरे परिवार का बहनों का ससुराल वालों का भरपूर साथ मिल रहा था...। लेकिन फिर भी दिल में चीन लौटने की ख्वाहिश तो थीं...। क्योंकि मेरा घर तो वहीं था... ओर फिर अभि.... उससे इतना लंबा समय मैं कभी दूर नहीं रहीं थीं...। 

नवम्बर में मुझे एक बार चांस मिला... लेकिन मेरा इंतजार शायद अभी खत्म नहीं हुआ था...। मुझसे पहले जाने वाली फ्लाइट में 23 पोजिटिव केस आए....। जिसकी वजह से मेरी फ्लाइट भी कैंसिल कर दी गई....। 


मैं लगातार लौटने के प्रयास कर रहीं थीं..। तभी एक खबर आई की अगर चाइना की वैक्सीन लगवाई गई होगी तो हमें वापस भेजा जा सकता हैं.... लेकिन वैक्सीन चाइना की ही होनी चाहिए....। खबर सुनकर दिल में कुछ राहत आई....। 


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क्या अब छाया अपने घर लौट पाएगी....!! 
जानने के लिए पढ़े अगला भाग...। 

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2 Comments

Natasha

16-May-2023 10:36 PM

Nice mam

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